आधे अधूरे मिसरे-प्रसिद्ध पंक्तियां भाग -3 #प्रतियोगिता, कलम आज उनकी जय बोल
कलम आज उनकी जय बोल,
जो लिख गए खून से आजादी।
काले पानी की सजा झेल ली,
इक सपना देखा आजादी।
कलम आज उन की जय बोल,
जिनने अपना तन मन धन गंवाया,
फांसी के फंदे पर झूले,
मिट कर दे गए आजादी।
इस आजादी का मोल बहुत है,
हजारों मां के लाल शहीद हुए थे,
तब मिल पाई आजादी।
लाल बाल और पाल शहीद हो गए,
तब मिल पाई आजादी।
क्रांति वीर थे वीर सावरकर,
तब मिल पाई आजादी।
लक्ष्मी बाई, झलकारी,
मुंदरा वीरांगना की दम पर,
मिल पाई है आजादी।
सुभाष चंद्र बोस शहीद हो गए,
तब मिल पाई आजादी।
चंद्रशेखर आजाद ने लहू भेंट किया,
तब मिल पाई आजादी।
नमन करो उन शहीदों को,
जिन के कारण हम घर में हैं।
नमन करो उस माँ को,
जिसके लाल हमारी सुरक्षा में है।
#आधे अधूरे मिसरे/प्रसिद्ध पंक्तियां भाग -3 काव्यरचना -शोभाशर्मा , छतरपुर म.प्र. से।
Shashank मणि Yadava 'सनम'
13-Sep-2023 08:27 AM
सुन्दर सृजन
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